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Dr Arvinder Singh, Famous Celebrity Cosmetic Dermatologist of Arth Skin, Sets World Record for Academic Excellence

Dr Arvinder Singh, a leading practising doctor from Udaipur City, entered the World Book of Records for obtaining the maximum number of academic and non-academic degrees, diplomas and certificate. Dr Arvinder Singh, CMD and CEO of the Arth Group of companies in Udaipur, was awarded by Hr. Dr Kiran Bedi (Former Lieutenant and Governor of Puducherry and first IPS lady).

Dr Singh has 123 degrees, certifications, and certificates under his belt, 77 of which are academic and 46 of them non-academic. All these degrees and certifications were earned between 1989 and 2022 in a variety of sectors.

Dr Singh was also recently recognised for his outstanding work in the field of cosmetic dermatology by Chief Minister and Health Minister of Rajasthan. He is Rajasthan’s first and only international board-certified Cosmetic Dermatologist and Aesthetic Physician.

Dr Singh earlier made history in 2009 by becoming the first Indian doctor to top IIM. He is said to be the first doctor to know about management, law, cosmetics, cosmetic dermatology, and digital marketing in addition to medical sciences.

“In 2008, he received a Rs 90 lakh annual package offer from Scotland while he was a student at IIM, but he declined it and chose to work in India to avoid brain drain from India”. According to Dr Singh’s representative, he holds a record in scuba diving in Maldives and has also earned a gold medal in Pistol shooting in Para Category in Rajasthan.

By utilizing the best and most up-to-date technological advancements available, Dr Arvinder Singh distinguishes himself from the competition and establishes himself as the best Cosmetic Dermatologist and Aesthetic Physician. This makes him the best because his results are the most realistic-looking and make his patients look amazed and content. Being a specialist in cosmetic dermatology.

Whether it be scars removal, acne removal, or pigmented lesions removal, Dr Singh’s expertise in this area of dermatology is what sets him apart. The look of wrinkles, premature aging, fine lines, skin pigmentation, scars, and other lesions can be improved by dermatological procedures such Botox, dermal fillers, face rejuvenation, thread, and anti-aging therapies, of which he is an expert.

Dr Singh has started the Institute of Aesthetic Medicine, Cosmetology and LASER (IAMCL). His institute is accredited by London, United Kingdom and registered with USA. Dr. Singh told that students qualified from IAMCL will be having wide job prospects and self-employment opportunities at national and international markets. Depending on their qualifications, Medical and Non-Medical students may apply for Diplomas, Fellowships in Medical Cosmetology, Aesthetics and Medical LASER.

Moreover, the all-in-one Dr Singh also holds diplomas and credentials in cosmetic dermatology, aesthetic medicine, aesthetics and clinical cosmetology, and medical laser from Oxford, the American Association of Aesthetic Medicine, the Canadian Board of Aesthetic Medicine, the International Academy of Sweden and Germany.

This incredibly gifted and skilled doctor has made a name for himself as a Cosmetic Dermatologist and elevated Arth Medical to a new level thanks to its cutting-edge amenities that meet international standards.

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शहर के 5 प्रमुख मार्गों में नो व्हीकल जोन

शहर के 5 प्रमुख मार्गों को हर शनिवार और रविवार शाम 5 से रात 10 बजे तक नो व्हीकल जोन बनाने का सुझाव आया है। इन मार्गों में शामिल जगदीश चौक, घंटाघर, चांदपोल, भट्टियानी चौराहा और रंग निवास क्षेत्र है। इन पांचो जगहों के क्षेत्रवासियों का कहना है कि प्रतिदिन यातायात की परेशानी से यहाँ स्थित सभी क्षेत्रवासियों को असुविधा हो रही है। वीकेंड के समय यह समस्या और बढ़ जाती है, जब पर्यटको की भी आवक होती है। इन क्षेत्रों में तंग गलियों और लोगों की आवाजाही के बीच ऑटो-कारों के चलते आए दिन जाम लगे रहते थे। इस समस्या से निजात पाने के लिए यह तय किया गया की आमजन के सहयोग से इन सभी क्षेत्रों में शनिवार और रविवार वाहनों के आवागमन पर प्रतिबन्ध लगाएंगे। नो व्हीकल जोन के समय में, प्रतिबन्ध क्षेत्र के लिए उन 5 जगहों पर वाहन और एम्बुलेंस को भी तैनात किया जाएगा।
जन चेतना रैली निकालकर लोगों को इसके फायदे बताऐंगे। इस बैठक में शामिल समिति अध्यक्ष दिनेश मकवाना, विनोद पानेरी, गोपाल नागर, राजेश वैष्णव, प्रदीप सैन आदि मौजूद थे।

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बड़ीसादड़ी-मावली ट्रैन का शुभारम्भ

बड़ीसादड़ी-मावली ट्रैन का शुभारम्भ रविवार को हो चुका है। इस ट्रैक का लोकार्पण रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया। बड़ीसादड़ी से उदयपुर की पहली ट्रैन को झंडी दिखाने के साथ ही फेरे बढ़ाने की घोषणा की गई। रेल मंत्री ने बड़ीसादड़ी-उदयपुर ट्रैन के दिन में दो फेरे करने की घोषणा की है। इसके साथ ही समारोह में रीवा-उदयपुर वीकली स्पेशल और सिउड़ी-सियालदह ट्रैन की भी शुरुआत की गई। कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री ने दो और ट्रेनों को झंडी दिखाई। इस दौरान भिंडर रेलवे स्टेशन पर स्वागत करने भारी मात्रा में जन सैलाब की मौजूदगी रही। सांसद सीपी जोशी ने कहा कि बड़ीसादड़ी-नीमच रेल लाइन तीन साल संघर्ष के बाद मिली है। अगर इसी का कार्य एक साल में हो जाए तो उदयपुर का जुड़ाव सीधा नीमच के रास्ते मुंबई से हो जाएगा।
कार्यक्रम में मौजूद –
बड़ीसादड़ी स्टेशन पर कार्यक्रम में विधानसभा प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, चित्तौडगढ़ के सांसद सीपी जोशी, पूर्व सांसद श्रीचंद कृपलानी, बड़ीसादड़ी विधायक ललित कुमार ओस्तवाल इसके साथ दूसरे और भी कई सारे अथितिगण मौजूद थे।
अंतर्राष्ट्रीय रेल मार्ग का जिम्मा सौंपा –
सिटीजन सोसाइटी ने रेल मंत्री को उदयपुर आने का न्योता देते हुए उदयपुर-सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय रेल मार्ग के विज़न के लिए दस्तावेज सौंप दिए है।अध्यक्ष क्षितिज कुम्भट, सदस्य तुषार मेहता, सुनील लड्ढा भी वह मौजूद थे। उन्होंने वर्ष 2001 में स्वाधीनता सैनानी हुकुमराज मेहता की ओर से तैयार लंदन-सिंगापुर-कोलकत्ता रेललाइन विज़न की जानकारी दी। उदयपुर से सिंगापुर के बीच बुलेट ट्रैन से जोड़ने का आग्रह किया।

इसके साथ ही डबोक एयरपोर्ट पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मेवाड़ी में बात की, साथ ही उन्हीने ट्विटर पर उदयपुर के लिए मेवाड़ी भाषा में लिखा कि “महाराणा प्रताप री, भामाशाह री, स्वतंत्रता संग्राम री, मीरा री धरती, असि त्याग तपस्या री वीरभूमि उदयपुर ने म्हारो घणो-घणो नमन।

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उदयपुर का महाराणा प्रताप एयरपोर्ट इस साल भी टॉप पर

शहर उदयपुर, उपलब्धि के मामले में आए दिन चर्चा में है, अब शहर ने अपने नाम पर एक और खिताब जुड़वा लिया है। शहर का महाराणा प्रताप एयरपोर्ट अब देश का टॉप एयरपोर्ट बन गया है। उदयपुर ने ग्राहक संतुष्टि के मामले में यह उपलब्धि हासिल की है। इसने जनवरी से जून 2022 के सर्वे रिपोर्ट्स में पहला स्थान पाया है। इस से पहले भी शहर ने एयरपोर्ट सूची में, वर्ष 2020 और वर्ष 2021 में प्रथम स्थान पाया था। महाराण प्रताप एयरपोर्ट अब देश का टॉप एयरपोर्ट बन गया है।

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से निर्धारित सर्विस क्वालिटी मापदंडों के अनुसार, साल में दो बार ग्राहक संतुष्टि सर्वे करवाया जाता है। उदयपुर अथॉरिटी ने देशभर के कुल 55 एयरपोर्ट का सर्वे कराया। इसमें उदयपुर व रायपुर को सबसे अधिक अंक मिले जो 4.99 थे। इस सूची में दूसरा स्थान पोर्टब्लेयर और तीसरा स्थान संयुक्त रूप से जामनगर, भोपाल व जम्मू एयरपोर्ट को मिला। इस सूची में जोधपुर को 10वां स्थान मिला है। किशनगढ़ को 28वां, बीकानेर को 37वां स्थान और जैसलमेर को 40वां स्थान।

महाराणा प्रताप एयरपोर्ट, निदेशक नंदिता भट्ट का कहना है कि ये केवल उदयपुर एयरपोर्ट की ही नहीं बल्कि पूरी टीम की उपलब्धि है। इसे हासिल करने के लिए शहरवासियों ने यहां के प्रशासन, नगर निगम आदि का भी पूरा सहयोग रहा है। कोविड के बाद कहीं तरह की चुनौतियां थी, लेकिन पैसेंजर्स का विश्वास फिर से हासिल किया। इसी का नातिज़ा यह है कि उन्होनें एयरपोर्ट को हर स्तर पर नंबर 1 रखा।

इस सर्वे में कईं मापदंड थे जो इस प्रकार है

  • बैंक
  • ATM
  • ट्रॉली सुविधा
  • WI-FI
  • बिजनेस
  • शिष्टाचार
  • निरिक्षण
  • चेक इन लाइन
  • इंटरनेट एक्सेस
  • इंटरनेट सुविधा
  • सुरक्षा कर्मचारी
  • खाने की सुविधा
  • सुरक्षा और संरक्षा
  • एक्सेसिटीव लाउंज
  • वॉशरूम सुविधा
  • खरीदारी की सुविधा
  • परिवर्तकों की उपलब्धता
  • हवाई अड्डे की स्वच्छता
  • बैगेज डिलीवरी की स्पीड
  • एयरपोर्ट का वातावरण
  • सुरक्षा निरिक्षण में समय से प्रतीक्षा की उपलब्धता

देश के टॉप 10 एयरपोर्ट और उनके स्कोर-
1. उदयपुर व रायपुर – 4.99
2. पोर्ट ब्लेयर – 4.98
3. जामनगर,भोपाल,जम्मू – 4.96
4. मदुरै, तिरुपति – 4.93
5. राजकोट,देहरादून – 4.92
6. भुंतर, गया- 4.90
7. विजयवाड़ा- 4.88
8. गग्गल, पोरबंदर – 4.86
9. जोधपुर- 4.82
10. राजमुंद्री- 4.81

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दुनिया के बेहतरीन शहरों में से उदयपुर 10वें नंबर पर

शहर के लिए यह काफी सुखद खबर होगी कि उदयपुर शहर को पूरे भारत के बेहतरीन शहरों में शामिल किया गया है। शहर ने बेहतरीन शहरों की सूची में शामिल होकर उदयपुर का नाम रोशन किया है। ट्रेवल मैगजीन “ट्रेवल एंड लेजर रीडर्स” ने दुनिया के 10 शहरों में उदयपुर को 10वीं रैंक दी है।

पूरे भारत में इस लिस्ट में केवल दो ही शहरों को चुना गया है, एक उदयपुर तो दूसरा जयपुर को। जयपुर शहर को 8वीं  रैंक दी गई है। इससे पहले भी उदयपुर ने कई बार बेस्ट जगहों में शहर का नाम रोशन किया है। उदयपुर की शांत झीले, पर्वत पहाड़, हेरिटेज, खानपान लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर ही लेता है। इस से पहले भी एशिया महाद्वीप में घुमनें के लिए सबसे बेहतरीन शहरों में उदयपुर का नाम था। 

पर्यटन विभाग कि उपनिदेशक शिखा सक्सेना का कहना है कि ट्रेवल मैगजीन के सर्वे में उदयपुर को फिर से चुना गया है। इस बार टॉप टेन में 10 जगह बनाई है। इसका श्रेय टूरिज्म से जुड़े हुए हर व्यक्ति को जाता है। उदयपुर की मेहमान नवाजी ही ऐसी है कि दुनिया का हर आदमी यहां खिंचा चला आता है। इन तमगों से इस साल पर्यटन सीजन अच्छा रहने की उम्मीद है। 

10 रैंकों की सूची इस प्रकार है-

  • ओक्साका,मेक्सिको
  • सैन मिगुएल, मेक्सिको 
  • उबुद, इंडोनेशिया 
  • फ्लोरेंस, इटली 
  • इस्तांबुल, तुर्की 
  • मेक्सिको सिटी, मेक्सिको 
  • चियांग माई, थाईलैंड 
  • जयपुर, भारत
  • ओसाका, जापान 
  • उदयपुर, भारत    

उदयपुर का नाम और भी कई सारी जगहों में शामिल है-

  • टूर एंड ट्रेवल कम्पनी ट्रेवल ट्राइंगल ने देश के बेस्ट सोलो फीमेल ट्रेवेल डेस्टिनेशन में उदयपुर को प्रदेश में सबसे सुरक्षित माना है।
  • ट्रेवेल एन्ड लेजर ने दुनिया के 20 शानदार शहरों में उदयपुर को दूसरा और जयपुर को 17वां स्थान दिया है।
  • अंतर्राष्ट्रीय वेडिंग प्लानिंग कंपनी दी नॉट ने यूनिक वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए 11 देशों की सूचीं में भारत से केवल उदयपुर को चुना । 
  • इंटर माइल्स ने बेहतरीन 10 देशों में उदयपुर को 5वां सुन्दर शहर बताया। 
  • प्लेनेट डी की ट्रेवल लिस्ट दीं “16 मोस्ट सिटीज ऑन अर्थ” में उदयपुर को चौथा स्थान दिया गया। 
  • एमएसएन की लिस्ट में पूरी दुनिया के बेहतरीन 60 डेस्टिनेशन में भारत से एकमात्र उदयपुर को 11वां स्थान दिया। 
  • नेशनल जियोग्राफी व दी वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 21 दिन की यात्रा में दुनिया के 8 देशों में से भारत से उदयपुर को चुना।
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UIT 101 करोड़ रुपए करेगा खर्च

शहर में नगर विकास प्रन्यास द्वारा 101 करोड़ रुपए से भी ज़्यादा के कई निर्माण कार्य शुरू होंगे। बुधवार को कलेक्टर और UIT अध्यक्ष ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में एक सामान्य बैठक हुई, जिसमें कई सारे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बैठक में तय किया गया कि UIT के विभिन्न क्षेत्रों में घर-घर कचरा संग्रहण, न्यास रूपांतरित आवासीय कॉलोनियों की सड़कों, नालियों की सफाई, न्यास क्षेत्राधिकार के मुख्य मार्गों तथा बरसाती नालों की सफाई का कार्य नियमित रूप से नगर निगम के माध्यम से करवाया जाएगा । जिसमें MOU निष्पादित कर 4 करोड़ रूपए की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है।

इसके साथ ही UIT की सीमा में आने वाली 167 कॉलोनियों की साफ़ सफाई अब नगर निगम के जिम्मे हो गई है। इसके बदले UIT निगम को एक साल के चार करोड़ रुपए देगा। शहर में साइबर पुलिस स्टेशन खोलने के लिए जमीं का आवंटन भी किया गया जिससे रानी रोड पर भारी वाहनों के दबाव को कम किया जा सके जिसमें DTO द्वारा निर्देश दिए जाएंगे।

कलेक्टर ने न्यास द्वारा किए जाने वाले विकास कार्यों के लिए 52 बिंदुओं पर चर्चा की है। मौके पर मौजूद सचिव बालमुकुंद असावा, एसइ के.आर. मीणा व विपिन जैन, वरिष्ठ नगर नियोजक अरविन्द सिंह कानावत सहित अधिकारी उपस्थित थे।

प्रोजेक्ट के लिए मंजूर कि गई राशि-

  • फतहसागर झील स्थित नेहरू गार्डन के निर्माण के लिए 5.96 लाख खर्च किए जाएंगे।
  • कई सारे कार्य शहर की सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार के लिए पुरे किए जाएंगे, जिसके लिए 26.8 करोड़ रूपए मंजूर किए है।
  • ढीकली तालाब से अपरस्ट्रीम में राजस्व नाले के निर्माण के लिए 8.90 करोड़ रुपए।
  • रानी रोड को मॉडल रोड बनाने के लिए 12 करोड़ रूपए की तकनीकी मंजूरी दी गई।
  • महाराणा भूपाल स्टेडियम में खेलों के विकास कार्यों के लिए 174.99 लाख की स्वीकृति जारी।
  • स्मार्ट सिटी के लिए 15 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई।

सार्वजनिक कार्यों के लिए भूमि आवंटित-

  • मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी कार्यालय निर्माण के लिए
  • साइबर पुलिस स्टेशन
  • प्राथमिक स्वास्थय केंद्र दरोली
  • ग्राम सेवा सहकारी समिति गुडली के गोदान निर्माण
  • वैद्यनाथ महादेव वृहत कृषि बहुउद्देशीय

चंडीगढ़ जैसे मॉडल की तैयारी –

कलेक्टर ने खेल गाँव की पहाड़ियों पर जल्द पौधरोपण करवाने के निर्देश दिए और कहा की मानसून के दौरान ही चंडीगढ़ की तरह स्थानीय प्रजातियों के फूलदार पौधे लगाए जाए। सुचना केंद्र के ऑडिटोरियम और पुस्तकालय के जीर्णोद्धार तथा शहर में महान विभूतियों की प्रतिमाओं के क्षतिग्रस्त पेडस्टल में सुधार के लिए भी निर्देश दिए गए।

हाईवे जैसी सड़कों की क्वालिटी –
कलेक्टर ने कहा की हमारी बनाई गई सड़क पर वाइट लाइन 15 दिनों से ज्यादा क्यों नहीं दिखती ? नेशनल हाईवे वाली क्वालिटी की वाइट लाइन करवाई जाए। खेल गाँव में एक और हॉकी एस्ट्रोटर्फ बनाने पर भी चर्चा हुई।

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राजस्थान के आखिरी सफ़ेद बाघ की मौत

जयपुर स्थित नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के सफ़ेद बाघ चीनू की मौत हो गई। वह प्रदेश का एकमात्र आखिरी सफ़ेद बाघ था जिसने रविवार को दोपहर में तड़प तड़प कर अपना दम तोड़ दिया। चीनू को पिछले साल 17 मार्च को ज़ू एक्सचेंज से जयपुर लाया गया था। वह छः दिन से बीमार था और उसने एक सप्ताह से खाना पीना भी छोड़ दिया था। क्षेत्रीय वन अधिकारी गौरव ने बताया की 5 दिन से जयपुर,चेन्नई,बरेली,ओडिशा इन जगह के विशेषज्ञों द्वारा चीनू का इलाज चल रहा था।

मेडिकल बोर्ड ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है और यह भी बताया है कि बाघ की एक किडनी सामान्य की तुलना में बड़ी पाई गई थी। बाघ के सैम्पलों को बरेली स्थित IVRI में जांच के लिए भेजा गया था। वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा।

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क तीन साल से दुर्लभ वन्यजीवों के लिए मौत का स्थान बना हुआ है। यहाँ 27 सितम्बर 2019 को केनाइन डिस्टेंपर से बाघ सीता और 4 अगस्त 2020 को लेप्टोस्पायरोसिस से बाघ राजा की मौत हो गई थी। चीनू प्रदेश का आखिरी सफ़ेद बाघ था। अब प्रदेश में एक भी सफ़ेद बाघ नहीं बचा है।

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Ban on identified Single Use Plastic Items from 1st July 2022

National and State level control rooms to be set up for checking illegal manufacture, import, stocking, distribution, sale and use of banned single use plastic items

Success of the ban possible only through effective engagement and concerted actions by all stakeholders

Public Participation critical to banning SUPs

Posted On: 28 JUN 2022 1:04PM by PIB Delhi

In line with the clarion call given by Hon’ble Prime Minister of India, Shri Narendra Modi, to phase out single use plastic items by 2022, Ministry of Environment, Forest and Climate Change, Government of India notified the Plastic Waste Management Amendment Rules, 2021, on 12 August 2021. Carrying forward the spirit of ‘Azadi ka Amrit Mahotsava’, a defining step to curb pollution caused by littered and unmanaged plastic waste is being taken by the country. India will ban manufacture, import, stocking, distribution, sale and use of identified single use plastic items, which have low utility and high littering potential, all across the country from July 1, 2022.

The adverse impacts of littered single use plastic items plastic on both terrestrial and aquatic ecosystems, including in marine environment are globally recognized. Addressing pollution due to single use plastic items has become an important environmental challenge confronting all countries.

In the 4th United Nations Environment Assembly held in 2019, India had piloted a resolution on addressing single-use plastic products pollution, recognizing the urgent need for the global community to focus on this very important issue. The adoption of this resolution at UNEA 4 was a significant step. In the recently concluded 5th session of United Nations Environment Assembly in March 2022, India engaged constructively with all member states to develop consensus on the resolution for driving global action on plastic pollution.

The Government of India has taken resolute steps for mitigation of pollution caused by littered Single Use Plastics. The list of banned items includes -ear buds with plastic sticks, plastic sticks for balloons, plastic flags, candy sticks, ice- cream sticks, polystyrene (Thermocol) for decoration, plastic plates, cups, glasses, cutlery such as forks, spoons, knives, straw, trays, wrapping or packing films around sweet boxes, invitation cards, cigarette packets, plastic or PVC banners less than 100 micron, stirrers.

The Plastic Waste Management Amendment Rules, 2021, also prohibit manufacture, import, stocking, distribution, sale and use of plastic carry bags having thickness less than seventy five microns with effect from 30th September, 2021, and having thickness less than thickness of one hundred and twenty microns with effect from the 31st December, 2022.

The Ministry of Environment, Forest and Climate Change has also notified the Guidelines on Extended Producers Responsibility on plastic packaging as Plastic Waste Management Amendment Rules, 2022 on 16th February, 2022. Extended Producer Responsibility (EPR) is responsibility of a producer for the environmentally sound management of the product until the end of its life. The Guidelines will provide framework to strengthen circular economy of plastic packaging waste, promote development of new alternatives to plastic packaging and provide next steps for moving towards sustainable plastic packaging by businesses.

Capacity building workshops are being organized for MSME units to provide them technical assistance for manufacturing of alternatives to banned single use plastic items with the involvement of CPCB/SPCBs/PCCs along with Ministry of Small Micro and Medium Enterprises and Central Institute of Petrochemicals Engineering (CIPET) and their state centres. Provisions have also been made to support such enterprises in transitioning away from banned single use plastics.

The Government of India has also taken steps to promote innovation and provide an ecosystem for accelerated penetration and availability of alternatives all across the country.

For effective enforcement of ban on identified SUP items from 1 July 2022, national and state level control rooms will be set up and special enforcement teams will be formed for checking illegal manufacture, import, stocking, distribution, sale and use of banned single use plastic items. States and Union Territories have been asked to set up border check points to stop inter-state movement of any banned single use plastic items.

CPCB Grievance Redressal App has been launched to empower citizens to help curb plastic menace. For wider public outreach, PRAKRITI – mascot was also launched on 5th April.

The Government has been taking measures for awareness generation towards elimination of single use plastics The awareness campaign has brought together entrepreneurs and startups, industry, Central, State and Local Governments, regulatory bodies, experts, citizens organizations, R& D and academic institutions.

The success of the ban will only be possible through effective engagement and concerted actions by all stakeholders and enthusiastic public participation, believes the Ministry.

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उदयपुर में 5800 जरुरतमंदो को मिलेगा रोजगार

उदयपुर में इंदिरा गाँधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत 5800 जरूरतमंद लोगों को रोजगार मिलेगा। इस गारंटी के अंतर्गत 100 दिन का कार्य दिया जाएगा जिसमे 579150 मानव दिवस स्वीकृत किए गए है। प्रति व्यक्ति को 259 रूपए का प्रतिदिन भुगतान किया जाएगा। योजना में आवेदन करने के लिए जॉब कार्ड, ई- मित्र पर या स्वयं भी पोर्टल पर अपलोड कर सकते है एवं नगर निगम जा कर भी आवेदन कर सकते है। इसके लिए वार्ड पार्षदों से अपील भी की गई है की जो भी बेरोजगार लोग है उन्हें इस योजना से जुड़ने के लिए लिए प्रेरित करे।

स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया की इस योजना के अंतर्गत 259 मजदूरी तय की गई है। शहरी क्षेत्र में निवास कर रहे है प्रत्येक परिवार के 18 से 60 वर्ष के सदस्य इस योजना के अंतर्गत आ सकेंगे। रोजगार के अंतर्गत तालाब बावड़ी से मिट्टी निकालने का कार्य, पानी वातावरण संरक्षण से जुडी प्रक्रियाए, पौधरोपण नर्सरी का काम एवं अन्य शहरी साफ़ सफाई के कार्य करवाए जाएंगे। महापौर गोविन्द सिंह टांक के निर्देश पर नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ ने जिला परियोजना अधिकारी शैल सिंह को पूरी तैयारी को लेकर निर्देशित किया है।

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उदयपुर में शुरू A.C. बसे पहुचाएंगी एयरपोर्ट

उदयपुर शहर में सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (यूसीटीएसएल) की ओर से जनता को सस्ती व सुलभ ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था उपलब्ध करवाने के लिए शहर में मिडी लो फ्लोर की 4 नई बसें एयरपोर्ट के लिए चलेंगी। इसमें दो AC और दो नॉन AC बसें होंगी। AC बसों में सिर्फ एयरपोर्ट जाने वाले यात्री ही बैठ सकेंगे। इनके रूट में कही से भी बैठने पर 100 रूपए का किराया ही लिया जाएगा। विदेशी यात्रियों के लिए इसका शुल्क 500 रुपए होगा। इसके अलावा नॉन AC बसों का किराया प्रति किलोमीटर के हिसाब से ही होगा।

इन बसों का परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग जयपुर से रूट स्वीकृत हो चुका है और अब परमिट के लिए जिला परिवहन कार्यालय में इसके कागज पहुँच चुके है। परमिट मिलते ही यह बसे चेतक से डबोक एयरपोर्ट मार्ग तक जाएगी। यूसीटीएसएल के चेयरमैन व महापौर गोविन्द सिंह टांक व सीईओ हिम्मतसिंह बारहठ एयरपोर्ट पर आने जाने वाली फ्लाइट के अनुसार ही इनका टाइम तय कर रहे है ताकि यात्रियों को फ्लाइट से उतरते ही बस मिल सके और अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े। वही चेतक से एयरपोर्ट जाने वाले यात्री भी एक से डेढ़ घंटे पहले पहुँच सके। सहायक अभियंता यांत्रिकी व प्रभारी अधिकारी लखन लाल बैरवा ने बताया कि चारों नई बसें सिटी बस डीपो में ही खड़ी है। रूट स्वीकृत होने के बाद अभी इनकी परमिट की कार्यवाही चल रही है।

एयरपोर्ट जाने के लिए यहाँ-यहाँ रुकेगी बसें
पहाड़ी बस स्टैंड, कोर्ट चौराहा, चेतक सर्किल, ठोकर चौराहा, देहली गेट, देबरी चौराहा, प्रतापनगर चौराहा, जिंक चौराहा, सूरजपोल चौराहा, फतह स्कूल, कुम्हारो का भट्टा ,बी.एन.कॉलेज , सेवाश्रम चौराहा, राणा प्रताप नगर रेलवे स्टेशन, मांझी की सराय, ठोकर स्कूल,गिलास फैक्ट्री, M.B. हॉस्पिटल, सुंदरवास, आईटीआई कॉलेज, राजस्थान विद्यापीठ, गीतांजली कॉलेज,डबोक चौराहा, तुलसीदास जी की सराय, तुलसीनगर/बेड़वास, राजस्थान विद्यापीठ, धूणिमाता,पावर हाउस, गुडली चौराहा, पुराना आर.टी.ओ. रोड।