Categories
News

Can You Find Similarities Between Rajasthan & Punjab’s Cultures?

Rajasthan and Punjab are two very distinctive states of our country. While they are very different, there are various similarities as well. In this aspect, the governments of the respective states intend to promote each other’s cultures.

Punjab’s infotech chairman Harpreet Sandhu visited the city of lakes on February 9th. With a view to giving an insight on Punjab’s rich heritage, he gifted the Collector his book, “Sadda Sohna Punjab”.

He was also of the view that Rajasthan and Punjab share different yet very similar cultures. Both the states have people who are deeply rooted. The royalty of Rajasthan and the high-spirited lifestyle of Punjab are both exciting to know.

With the idea of cultural exchange for both the states, locals would get the opportunity to explore different destinations of the West and North. Both, Rajasthan and Punjab, take pride in boasting about their food, folk arts, and lifestyle.

Despite the various distinctive things, there are points of similarities as well. The two cultures are symbolic of happiness and joy. The Rajasthani attire for women is ghagra, choli, and odhni. And for the women of Punjab, is a salwar kameez.

And surprisingly, both attires are equally fancied by the locals.

Travel and tourism is one of the largest industries in the world. Leveraging them for the economic benefit of Rajasthan and Punjab is a strategic and advantageous decision. It will also result in the benefit of Udaipur’s tourism.

This scheme of promoting each other’s cultures brings forward an opportunity for economic development as well. The tourist destinations of the states have a great capacity to attract tourists.

Tourism spend and economic development go hand-in-hand. And with the increased tourism across the two places, there are better chances of monumental development. When travellers from Punjab come to Rajasthan, there are chances of financial betterment for our state.

This unique idea of the respective state governments can uplift the scenario of voyaging. People from Rajasthan will get to know about the culture of Punjab and vice versa. And also, they would get to experience the beauty of Punjab’s “INDIA BEGINS HERE” tagline.

Article by: Paridhi Mehta

Categories
News

जानिए उदयपुर के लिए कैसा रहा बजट 2022

2022-23 का आम बजट इस बार अपने साथ कई उतर-चढाव और सौगातें भी लेकर आया। बजट का फायदा देश की 100 स्मार्ट सिटियाें में शामिल उदयपुर काे भी अतिरिक्त बजट के रूप में मिलेगा। साथ ही जिले के कृषि विश्वविद्यालय को और करदाताओं को इस बजट से लाभ भी होगा।

स्मार्ट सिटी के कार्यों काे बड़ी राहत

केंद्र सरकार के आम बजट 2022-23 से उदयपुर के स्मार्ट सिटी के कामों काे बड़ी राहत के संकेत भी मिले हैं। इस बजट में शहरी विकास पर खासा ज़ोर दिया गया है। इससे शहर में स्मार्ट सड़क, सीवरेज, ड्रेनेज, बिजली, पानी, सप्लाई, स्वच्छता के कामों को अब जा कर गति मिलेगी।

हाउसिंग में आयकर छूट नहीं

उदयपुर में पिछले 10 साल से हर साल औसतन 10 हज़ार नए घर बनते हैं। प्राॅपर्टी कारोबार को गति हाउसिंग में आयकर छूट को 1.5 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने पर ही मिलती, जाे इस बार भी नहीं मिली। हाउसिंग में आयकर छूट नहीं बढ़ने से बिल्डर्स काफी निराश हैं।

कृषि विश्वविद्यालयों में शोध व नवाचार को बढ़ावा

बजट 2022 को कृषि विश्वविद्यालयों में शोध व नवाचार को बढ़ावा देने वाला बताया जा रहा है और इसकी वजह यह भी है की एमपीयूएटी में रिसर्च के लिए इस बार ज़्यादा फंड आएगा। बताया जा रहा है कि केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाले बजट से विश्वविद्यालय का इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ेगा। इस बजट से विवि में इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम, फूड सेफ्टी, फूड एग्रीकल्चर प्रक्टिसेज़, एग्रीकल्चर प्रोसेसिंग और एग्रीकल्चर मार्केटिंग की शिक्षा का सीधा फायदा किसानों को होगा।

संभाग के 4 लाख करदाताओं को लाभ

केंद्र सरकार के चौथे बजट में वित्त मंत्री ने आयकरदाताओं को बड़ी राहत देते हुए आईटीआर को दो साल तक अपडेट करने की सुविधा दी है। इस सुविधा का फायदा उदयपुर संभाग के 4 लाख आयकरदाताओं को भी मिलेगा। पहले आईटीआर फाइल करने की तारीख 31 जुलाई होती थी तो आयकरदाता 31 दिसंबर तक आईटीआर अपडेट कर सकते थे। इस साल कोरोना के चलते विभाग ने अंतिम तिथि 31 मार्च 2022 तक कर दी है। नए बदलाव के चलते अगर आयकरदाता पहले साल में रिटर्न अपडेट करता है और अतिरिक्त आय दिखाता है तो उसे उस आय का 25% टैक्स, ब्याज, 4% एजुकेशन सेस व सरचार्ज देना होगा। वहीं दूसरे साल में अपडेट करने पर 50% टैक्स, ब्याज, 4% सेस और सरचार्ज का भुगतान करना पड़ेगा।

जहाँ बजट 2022 में टैक्स में छूट नहीं मिली और मनरेगा का बजट भी घटाया गया वहीँ कई प्रतिनिधियों का कहना है की इस बजट के अंतर्गत बेरोज़गारों को रोज़गार मिलेगा और किसानो की आय भी बढ़ेगी। इसके बाद शहर में कई अन्य प्रोजेक्ट्स को भी स्वीकृति मिली है, जिससे आने वाले समय में आम जान को फायदा होगा।

Categories
News

लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ नियुक्त हुए राज्यपाल के सलाहकार

आज महाराज कुमार लक्ष्यराज सिंह जी मेवाड़ के जन्मदिन पर एक गर्व भरा तोहफा उन्होंने मेवाड़ को भी दिया है। राजस्थान के राज्यपाल माननीय कलराज मिश्र ने मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के एग्ज़िक्युटिव डायरेक्टर लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को अपने सलाहकार मंडल में सदस्य बनाया। लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को पर्यटन व रोज़गार से सम्बंधित विषयों पर सलाह देने के लिए इस मंडल में शामिल किया गया है।

राज्यपाल मिश्र के प्रमुख सचिव सुबीर कुमार के जारी आदेशानुसार राजस्थान के समग्र विकास से संबंधित प्रकरणों में समय-समय पर परामर्श के लिए गठित राज्यपाल सलाहकार मंडल में लक्ष्यराज सिंह को पर्यटन एवं रोज़गार से संबंधित विषयों पर अपनी सलाह देने के लिए सम्मिलित किया गया है।

राज्यपाल सलाहकार मंडल में नौ अन्य विषय विशेषज्ञों को भी मनोनीत किया हुआ है। राज्यपाल मिश्र के सलाहकार मंडल में उच्च शिक्षा, पर्यटन एवं कला संस्कृति, रोज़गार सृजन, विधि, प्रशासन, उद्योग, अर्थशास्त्र, अनुसूचित जनजाति क्षेत्र विकास, जल संरक्षण जैसे तमाम मसलों पर समय-समय पर क्षेत्र के विकास के लिए मंथन किया जाता है।

प्रदेश और मेवाड़ के भविष्य के लिए यह फैसला अत्यंत लाभदायी होगा।

Categories
News

सीवरेज का पानी रिसकर झील में घुल रहा है; 18 साल से कहाँ है प्रशासन?

झीलों का हाल है बेहाल!

झीलों का शहर कहते है उदयपुर को; झीलों के साथ बसा एक शहर। पर समय के साथ उन झीलों का जब हमे ध्यान रखना चाहिए था तब हमने रखा ही नहीं। वैसे हमने भी झीलों को गन्दा करने में कोई कसर नहीं छोड़ा लेकिन अब प्रशासन की लापरवाही की वजह से झीलों में दूषित सीवेरज का पानी जा रहा है और प्रशासन को सुध ही नहीं है।

नई पुलिया से अंबावगढ़ बस्ती तक मेनहोल से निकलकर सीवरेज का पानी सड़क पर फैल रहा है और यही पानी दीवारों से रिसकर झील में भी मिल रहा है। नई पुलिया के पास स्थित मेनहोल को निगम के कर्मचारियों ने खुला ही छोड़ रखा है। अब इसे लोग भराव डालकर पाट रहे हैं। ऐसे ही चलता रहा तो पूरा मेनहाेल जाम हो जाएगा और इससे परेशानी और ज़्यादा बढ़ सकती है।

जानिए स्थानीय लोगों का हाल

स्थानीय लाेगाें का कहना है कि यहां वर्ष 2004 में सीवरेज लाइन डाली गई थी। तब से यहां आए दिन पानी भरता रहता है। इसके अलावा सीवर लाइन में लीकेज के कारन झील की दीवाराें से भी कई जगह से दूषित पानी रिसकर झील में जा रहा है। क्षेत्रवासी और झील प्रेमी इस बारे में कई बार निगम से शिकायत भी कर चुके हैं लेकिन फिर भी इसका कोई हल नहीं निकला है।

स्थानीय लोगो का यह भी कहना है की बस्ती में दाे जगह सीवरेज की लाइन डली हुई है और प्लांट नेचुरल हाेटल के यहां लगा हुआ है। ऐसे में प्लांट से पहले कचरे काे राेकने के लिए जालियां भी लगाई गई हैं। लेकिन अमूमन इन जालियों में प्लास्टिक का कचरा फंस जाता है, जिसकी सफाई भी समय पर नहीं होती है। अब इससे होता यह है की लाइन जाम हो जाती है और पानी सड़क पर फैलने लगता है।

जिस दिन क्षेत्र में जलापूर्ति हाेती है उस दिन परेशानी और ज़्यादा बढ़ जाती है। पानी फैलने से रज़ा चाैक में पानी इक्कठा होने की वजह से छाेटा सा तालाब ही बन जाता है।

पहले भी हुई है कोशिश इस समस्या को दूर करने की

2018 में इस मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए कलेक्टर ने 28 पॉइंट चिह्नित कर कमेटी भी बनाई थी मगर उसका भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला और काम भी नहीं हुआ।

अब स्मार्ट सिटी संभालेगा कार्यभार

अब नई पुलिया से अंबावगढ़ बस्ती वाली लाइन काे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंदर ले लिया गया है। स्मार्ट सिटी अधिकारीयों का कहना है की इसका प्रपोज़ल भी तैयार कर लिया गया है। इस क्षेत्र में काम हाेने पर पूरी लाइन नई डाली जाएगी।

आशा है यह कार्य जो की पिछले 18 वर्ष से पूरा नहीं हुआ जल्द से जल्द पूरा हो और शहर वासियों के साथ हमारी झीलों को भी इस दूषित जल से राहत मिले।

Categories
News

उदयपुर में अभी कुछ ऐसा है कोरोना का ट्रेंड

इस साल नए साल का स्वागत बढ़ते कोरोना संक्रमण से हुआ। कोरोना के मामले लगातार बढ़ते रहे और साथ ही उदयपुर में पॉज़िटिव होते लोग। ओमीक्रॉन जैसे नए वेरिएंट के फैलने से काफी ज़्यादा हड़कंप सा मच गया। इस सब के बीच में राहत की बात यह रही की मरीज़ों की रिकवरी रेट बहुत ही बढ़िया रही है।

राजस्थान के 50% आ रहे संक्रमितों में भी उदयपुर प्रदेश के कई शहरों में से एक था और जनवरी के महीने में 17 दिन में 5295 मरीज़ भी सामने आए। मगर रिकवरी रेट तेज़ रही। जनवरी के महीने में इनमें से 1504 मरीज़ रिकवर हो गए और इसीलिए एक्टिव मरीज़ों की संख्या कम रही।

Source: IndiaTVNews

कोरोना के अभी के ट्रेंड में पता चला है कि संक्रमित हुए रोगियों को ठीक होने में 5 से 7 दिन का समय लग रहा है। पिछले एक सप्ताह में उदयपुर में कोविड के 4106 मरीज़ सामने आए और उनमें से भी एक्टिव मरीज़ 3791 हैं। जहाँ दूसरी लहर में 14 से 20 दिन का समय भी रोगियों को रिकवर होने में लगता था वहीँ तीसरी लहर में रिकवरी जल्दी हो जा रही है।

तीसरी लहर में यह ट्रेंड भी देखने को मिला है कि मरीज़ घर में ही ठीक हो रहे हैं। जिससे अस्पताल में कम मरीज़ भर्ती हो रहे है। जनवरी के महीने में उदयपुर में पॉज़िटिव आए 5295 मरीज़ों में से सिर्फ 64 मरीज़ ही फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं। जो कि कुल मरीज़ों का महज 1.20 प्रतिशत है। यानि हर 500 मरीजों में से सिर्फ 6 मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है। उदयपुर में फिलहाल एक्टिव 3791 मरीजों में से 3727 मरीज होम आईसोलेशन में ही हैं।

माना की रिकवरी रेट अच्छी है पर इसका मतलब यह बिलकुल भी नहीं है की हम किसी भी तरह की लापरवाही करें। इस समय सबसे ज़्यादा ज़रूरी है की हम सावधानी बरतें, नियमों का पालन करें, मास्क लगाएं एवं सुरक्षित रहे ताकि तीसरी लहर हमपर नहीं हम तीसरी लहर पर हावी हो।

Categories
News

उदयपुर के नए कलेक्टर होंगे ताराचंद मीणा

कलेक्टर चेतन देवड़ा ने आज उदयपुर का पदभार नए कलेक्टर ताराचंद मीणा को दिया। वे 2011 बैच के IAS हैं। ताराचंद मीणा इससे पहले चितौड़गढ के कलेक्टर थे, जहां से उन्हें कल ट्रांसफर कर उदयपुर लगाया गया। वहीं, चेतन देवड़ा को आबकारी आयुक्त में लगाया गया है। कार्मिक विभाग ने रविवार देर शाम को सूची जारी कर 52 IAS के ट्रांसफर कर दिए थे।

उदयपुर के नए कलेक्टर ताराचंद मीणा

सोमवार को पदभार संभालने के बाद उन्होंने अपने टार्गेट्स के बारे में बताते हुए कहा की इस वक़्त कोरोना संक्रमण को काबू में करना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है और इसके लिए हर मुमकिन पूरी कोशिश की जाएगी। इसी के साथ वक्सीनशन को लेकर भी मॉनिटरिंग कर वक्सीनशन की गति बढ़ाई जाएगी अथवा वित्तीय वर्ष के अंतिम 3 महीनों में पेंडेंसी को निपटाकर नए टारगेट पर काम किया जाएगा।

ताराचंद मीणा ने यह भी कहा कि उदयपुर में मौताणा जैसी कुप्रथाओं और दूसरी स्थितियों को लेकर भी लॉ एंड आर्डर को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। आम लोगो से संवाद स्थापित करने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा दौरे करेंगे। नगर निकायों के अपने अनुभव के आधार पर भी यूआईटी और सिटी डेवलपमेंट पर भी फोकस करेंगे।

Categories
News

उदयपुर की नए साल से उम्मीदें

नया साल लग गया है और हर नए साल की तरह इस बार उमीदें भी नई है। 2021 में क्या कुछ नहीं देखा हमने: लोकडाउन, कोरोना का बहुत ही भयानक रूप और कुम्हारों के भट्टे का ट्रैफिक। इसी बीच 2022 के पहले हफ्ते में जिस तरह से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वो भी चिंताजनक है।

अब इस नए साल में सारी परेशानियों और एक तेज़ी से फैलते वायरस के बीच में लेकसिटी विकास की उम्मीद में है। आइए जानते है 2022 के उन प्रोजेक्ट्स के बारे में जिनसे उदयपुर विकास की ओर अग्रसर होगा।

नए टर्मिनल भवन से अन्तरराष्ट्रीय उड़ानों की आस

महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर इस साल अगर नया टर्मिनल भवन शुरू हुआ तो यहाँ से अन्तरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत हो सकेगी। नया टर्मिनल भवन मौजूदा टर्मिनल से 3 गुना बड़ा होगा। इसमें 6 एयरोब्रिज बनेंगे। वहीं, टर्मिनल-2 बनने से एयरपोर्ट पर स्थायी रूप से कस्टम और इमीग्रेशन काउंटर खुलेंगे। जहाँ उदयपुर में हर साल पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है वहीं उदयपुर एयरपोर्ट में नयी कार्गो सुविधाएं शुरू हो चुकी है। ऐसे में देश-दुनिया से जोड़ने के लिए यहाँ अन्तरराष्ट्रीय उड़ने भी अगर शुरू हो जाती है तो उदयपुर देश की नंबर-1 टूरिस्ट सिटी भी बन सकता है।

एडवेंचर स्पोर्ट्स होगा पर्यटन का आकर्षण

2021 में उदयपुर में रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक आए और नए वर्ष में भी रिकार्ड्स टूटने की पूरी संभावना। साथ ही फतेहसागर झील के किनारे एडवेंचर एक्टिविटीज़ भी शुरू होने की संभावना है। यह एडवेंचर स्पोर्ट्स पर्यटकों के लिए के नया आकर्षण होगा। इसमें बंजी जंपिंग और स्काई साइकिल जैसी एडवेंचर एक्टिविटीज़ होंगी।

क्रिकेट स्टेडियम का शुरू हो निर्माण

कानपुर खेड़ा में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लिए ज़मीन आवंटन के बाद अब वहां स्टेडियम के निर्माण पर काम होना है। इसको लेकर कवायद भी शुरू हुई है लेकिन नव वर्ष में उम्मीद है की इस पर काम शुरू कर स्टेडियम तैयार हो जाए।

नीमच माता तक रोप-वे

फतेहसागर से देवली छोर होकर रोप-वे बनाने की तैयारी चल रही है, जिससे सीधे नीमच माता मंदिर तक पहुंचा जा सकेगा। इसके लाइसेंस प्रक्रिया के लिए कलेक्टर ने आपत्तियां भी मांग ली हैं। लाइसेंस के बाद अगली प्रक्रिया शुरू होगी।

दो नए फ्लाईओवर होंगे तैयार

सेवाश्रम और कुम्हारों का भत्ता फ्लाईओवर जिससे सबसे ज़्यादा वाहनों की आवाजाही में तकलीफ हो रही है, वो 2022 में पूरा बन के तैयार हो जाएगा। वो बनने के बाद देहलीगेट चौराहा के फ्लाईओवर के प्रस्ताव पर भी काम शुरू होगा जो वह होने वाले जाम से मुक्ति दिलाएगा।

आयड़ को संवारने का सपना

आयड़ नदी को संवारने के लिए सालों से प्लान बन रहा है, लेकिन अभी तक यह साकार नहीं हुआ है। प्रोजेक्ट को साकार करने के लिए जनप्रतिनिधियों व अफसरों को काम कर 2022 में परिणाम देने चाहिए जिससे इस साल आयड़ नदी की नई तस्वीर सामने आएगी।

चिकित्सा और मेडिकल के क्षेत्र में विस्तार विकास

उदयपुर मेडिकल हब के रूप में विकसित हो चूका है। यहाँ 6 मेडिकल कॉलेज हैं, जो की प्रदेश में सर्वाधिक है। अब यहाँ मरीज़ों को उच्च स्तरीय सुविधाएं प्राप्त हो उसके लिए नव वर्ष में विस्तार और विकास की ज़रूरत है। मेडिकल का कन्वेंशन सेंटर तैयार होना चाहिए, जिसमे एक साथ पांच से दस हज़ार लोगो को बैठने की व्यवस्था हो, वहीं यहाँ उनके आवास व अन्य सुविधाएं भी उसी परिसर में उपलब्ध हो। संक्रामक रोग अस्पताल व अनुसन्धान केंद्र अलग से होना ज़रूरी है ताकि कोरोना जैसी महामारी में अन्य मरीज़ों का उपचार प्रभावित ना हो।

इस साल बर्ड पार्क शुरू होगा

इस साल गुलाबबाग में बर्ड पार्क की शुरुआत होगी। पार्क में अभी तक 7 पिंजरे तैयार हो चुके है, जिसमे 5 पिंजरों में विभिन्न प्रकार के तोते होंगे। एक पिंजरे में मकाऊ, ककाऊ पक्षी होंगे। एक में बर्ड्स ऑफ़ प्रे व ग्रीन मुनिया होंगी। पहले से ही सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से 7 एमु लाकर छोड़ दिए है। साथ ही उल्लू सहित अन्य पक्षियों के पिंजरे बनाए जा रहे है। पिंजरों पर रंग का काम पूरा हो गया है। अब बस बर्ड पार्क खुलने की देर है।

उम्मीद है की ये सभी सौगाते साल ख़त्म होने से पहले हमारे शहर को मिलेंगी। इन्ही उम्मीदों के साथ एक और चाह है की हम सब कोरोना की गाइडलाइन्स की सही से पलना करे और विकास और उम्मीद की गाड़ी को आगे बढ़ने दें।

Categories
News

OnePlus Phone Explodes In Udaipur!

If something is heating up, it’s probably your phone!

We very often come across information about exploding smartphones. And with the recent hike in the OnePlus phone’s popularity, complaints like a OnePlus phone exploded in an advocate’s gown, a OnePlus phone exploded in someone’s trouser pocket and so many such are flourishing too. Well, this year commenced with one such news too.

At approximately 4 pm while riding his bike, a youngster from Udaipur, Dushyant Goswami felt heat raging in his pant’s pocket. He immediately stopped and took out the phone. The phone was so hot that he couldn’t even hold it for long. At that very moment, he saw smoke coming out of the phone and immediately threw the phone away. The phone exploded within 10 seconds and thankfully Dushyant did not suffer any harm.

Wait, the story does not end here!

The phone was OnePlus Nord CE 5G, which the young lad bought on July 14th, 2021 and within 6 months, the phone exploded on the second day of the new year 2022. 

As per the popular protocol, we all follow, he connected with customer support on OnePlus. They in return asked him to wait for 24 to 48 hours. Loyally, he waited, and with no response from their side even after 2 days, he decided to take the feedback and called to receive an answer to visit the service center. 

With all patience, he went to the service center. There they said that he’ll receive a call from the company the very next day. Again, nil. So, he started a new cycle of calling customer care and received the same answer to wait for 24 to 48 hours. 

Dushyant then stood up in his own rescue and tweeted the incident along with sharing the same on LinkedIn and Instagram. Many people supported him and with retweeting and resharing, OnePlus finally received his query. He’ll soon be receiving a replacement from OnePlus.

Well, what they say is, “all’s well if the end’s well”. Dushyant was savvy enough to save himself from a possible harm, make sure you are too.

These are technologically driven times and whilst our lives are majorly dependent on these new-age techs, we also need to be aware of them.

Categories
News

A Spur Of Tourism Post Lockdown In The City Of Lakes

When everything did stop due to a virus that turned our lives upside down, it was not easy to stand still as an economy. Especially, when the concept of lockdown was introduced to us; that was a for sure hit!

Well, like every other thing, Udaipur that is majorly dependent on the tourism sector for its economic developments, did hit rock-bottom. Lockdown made us suffer all. But as much as the year 2021 was filled with bad news, the good news arrived this year soon after the lockdown. Tourism took a major surge in the city of lakes and in such a way that a decade of Udaipur’s tourism did not witness such hiked amount of tourists.

According to the reposts of the Regional Tourism Office, Udaipur showed a near 1 million domestic tourists visiting Udaipur in 2021, with 67% of the total being recorded in the last 5 months of 2021. The city of lakes recorded nearly 7 lakh tourists between August & December.

Also, in 2021, from August, September, October, November till December, the city sited maximum tourist hits in approximately last one decade. August recorded 100,580 tourists; September 86,240; October 115,450; November 160,000 and in December the number was 180,000.

udaipur sees maximum tourist in december breaking records of past decade, regional tourism office, udaipur
Source: Udaipur Times

As we are commencing 2022, how can we foresee the ups and downs of 2021? But, seeing the world from the glass half full side, the domestic tourism boom in 2021 actually recovered many losses that occurred due to lockdown. Though domestic tourism post-pandemic took a spur, nothing much was received from international tourism.

Well, what we can do is to keep our fingers crossed and take major steps in order to avoid the onset of the third wave, when the new corona variant, omicron is on the go. Counting on good fortune and great economic developments ahead for the tourist’s hub, Udaipur.

Categories
News

जिले में ओमीक्रॉन की एंट्री के साथ उदयपुर में मिले 3 संक्रमित

प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन की दस्तक के साथ ही अब हमारे जिले में भी इसने पैर पसारने शुरू कर दिए है। आज जिले में पुणे की लैब से मिली रिपोर्ट के अनुसार 3 रोगी ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए।

ओमीक्रॉन की जिले में उपस्थिति के साथ आज राज्य में 21 ओमीक्रॉन के रोगी मिले है जिसमे से सर्वाधिक जयपुर में 11, अजमेर में 6 एवं उदयपुर में 3 संक्रमित पाए गए है।

पुणे की लैब से मिली रिपोर्ट के अनुसार हवाला मार्ग हाथीपोल के निवासी 48 वर्षीय पुरुष है, जो की पूर्ण तरह से वैक्सीनेटेड है एवं 11 दिसंबर को नाइजीरिया से लौटे है। पहले इनकी दो बार रिपोर्ट नेगेटिव पायी गयी थी लेकिन अब ओमीक्रॉन से संक्रमित पाए गए। वहीँ 46 वर्षीय महिला भी नाइजीरिया से लौटी हैं, इनकी भी पूर्व में दो बार नेगेटिव रिपोर्ट ही आई थी। अथवा 73 वर्षीय, लक्ष्मीनारायण नगर सवीना निवासी वृद्ध में भी ओमीक्रॉन का संक्रमण पाया गया है। यह तीनो पूर्ण तरीके से वैक्सीनेटेड है और इन्हे महाराणा भूपाल जनरल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है।

आज राजस्थान में 21 नए ओमीक्रॉन पॉज़िटिव मिलने के बाद जिसमे से उदयपुर के 3 रोगी है, जिले को और सतर्कता बरतने की ज़रूरत है।