उत्तराखण्ड त्रासदी : राहत सामग्री लेकर फिर जायेगा नारायण सेवा संस्थान का दल

उदयपुर, 5 जुलाई। नारायण सेवा संस्थान की ओर से संस्थान संस्थापक श्री कैलाश मानव के निर्देश पर उत्तराखण्ड (केदारनाथ) भेजा गया राहत दल हाल ही उदयपुर लौटा। यह दल एक-दो दिन में आवश्यक खाद्यान्न सामग्री लेकर पुनः देहरादून-उत्तरकांशी रवाना होगा। जहां पीडि़तों के लिए राहत शिविर लगे हुए है। दल में शामिल प्रफुल्ल व्यास, विनोद चैबीसा, पंकज दाधिच व श्री पाश्र्वनाथ पशु-पक्षी मानव सेवा संस्थान के अरविन्द साण्डेरा जैन ने बताया कि संस्थान की ओर से राहत शिविरों में बर्तन व खाद्य सामग्री वितरित की गई उन्होंने बताया कि उत्तरकांशी व देहरादून में विभिन्न राज्यों व संस्थाओं की ओर से राहत शिविर लगाये गये है। जहां दल ने अनुभूत आवश्यकताओं की जानकारी ली और उसी मुताबिक आवश्यक सामग्री लेकर दल पुनः उत्तराखण्ड जायेगा।

Narayan Seva Helping Victims

संस्थान अध्यक्ष डाॅ. प्रशान्त अग्रवाल ने बताया कि यह दल राहत एवं बचाव कार्य के चलते वही रहेगा और आवश्यक सामग्री का वितरण करेंगा।

(प्रशान्त अग्रवाल)
अध्यक्ष

जैन संत नरेन्द्र विजय ने किया चिकित्सा शिविर का उद्घाटन

उदयपुर, 4 जुलाई। जैन संत परम पूज्य उपाध्याय श्री नरेन्द्र विजय जी म.सा. ने कहा कि निष्काम कर्म व निष्काम भक्ति लोक-परलोक दोनों का कल्याण करने के अचूक साधन है। दीन-दुःखियों की सेवा करना ईश्वर की ही साधना के समान है। वे गुरूवार अपराह्न सेक्टर-4 में नारायण सेवा संस्थान के पोलियो चिकित्सालय में निःशुल्क शल्य चिकित्सा शिविर का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन के बाद रोगी-परिजनों व संस्थान साधकों को सम्बोधित कर रहे थे।

UB NEWS

Prashant Agarwal of Narayan Seva Sansthan Udaipur with Shri Narendra Muni ji M.Sb.

इससे पूर्व संस्थान अध्यक्ष श्री प्रशान्त अग्रवाल, निदेशक श्रीमती वंदना अग्रवाल, जगदीश आर्य, देवेन्द्र चैबीसा व दल्लाराम पटेल सहित साधकों ने संस्थान के मुख्यद्वार पर परम्परागत रूप से उनकी अगवानी की। महाराज श्री ने देश के विभिन्न भागों से उपचार के लिए आए विकलांगों से बातचीत की व उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने कहा कि नारायण सेवा संस्थान की निःशक्तजन सेवा के बारे में कर्ण पटलों से बहुत सुना है लेकिन आज प्रत्यक्ष नयन से देखकर संस्थान की सेवाओं के आगे नतमस्तक हूँ। पीडि़त मानवता की सेवा ईश्वर की सच्ची पूजा है। सेवा का पवित्र स्थान नारायण सेवा संस्थान। उन्होंने संस्थान संस्थापक कैलाश ‘मानव’ की इस दिशा में समर्पित सेवाओं की सराहना की।