Categories
News

UIT 101 करोड़ रुपए करेगा खर्च

शहर में नगर विकास प्रन्यास द्वारा 101 करोड़ रुपए से भी ज़्यादा के कई निर्माण कार्य शुरू होंगे। बुधवार को कलेक्टर और UIT अध्यक्ष ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में एक सामान्य बैठक हुई, जिसमें कई सारे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बैठक में तय किया गया कि UIT के विभिन्न क्षेत्रों में घर-घर कचरा संग्रहण, न्यास रूपांतरित आवासीय कॉलोनियों की सड़कों, नालियों की सफाई, न्यास क्षेत्राधिकार के मुख्य मार्गों तथा बरसाती नालों की सफाई का कार्य नियमित रूप से नगर निगम के माध्यम से करवाया जाएगा । जिसमें MOU निष्पादित कर 4 करोड़ रूपए की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है।

इसके साथ ही UIT की सीमा में आने वाली 167 कॉलोनियों की साफ़ सफाई अब नगर निगम के जिम्मे हो गई है। इसके बदले UIT निगम को एक साल के चार करोड़ रुपए देगा। शहर में साइबर पुलिस स्टेशन खोलने के लिए जमीं का आवंटन भी किया गया जिससे रानी रोड पर भारी वाहनों के दबाव को कम किया जा सके जिसमें DTO द्वारा निर्देश दिए जाएंगे।

कलेक्टर ने न्यास द्वारा किए जाने वाले विकास कार्यों के लिए 52 बिंदुओं पर चर्चा की है। मौके पर मौजूद सचिव बालमुकुंद असावा, एसइ के.आर. मीणा व विपिन जैन, वरिष्ठ नगर नियोजक अरविन्द सिंह कानावत सहित अधिकारी उपस्थित थे।

प्रोजेक्ट के लिए मंजूर कि गई राशि-

  • फतहसागर झील स्थित नेहरू गार्डन के निर्माण के लिए 5.96 लाख खर्च किए जाएंगे।
  • कई सारे कार्य शहर की सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार के लिए पुरे किए जाएंगे, जिसके लिए 26.8 करोड़ रूपए मंजूर किए है।
  • ढीकली तालाब से अपरस्ट्रीम में राजस्व नाले के निर्माण के लिए 8.90 करोड़ रुपए।
  • रानी रोड को मॉडल रोड बनाने के लिए 12 करोड़ रूपए की तकनीकी मंजूरी दी गई।
  • महाराणा भूपाल स्टेडियम में खेलों के विकास कार्यों के लिए 174.99 लाख की स्वीकृति जारी।
  • स्मार्ट सिटी के लिए 15 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई।

सार्वजनिक कार्यों के लिए भूमि आवंटित-

  • मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी कार्यालय निर्माण के लिए
  • साइबर पुलिस स्टेशन
  • प्राथमिक स्वास्थय केंद्र दरोली
  • ग्राम सेवा सहकारी समिति गुडली के गोदान निर्माण
  • वैद्यनाथ महादेव वृहत कृषि बहुउद्देशीय

चंडीगढ़ जैसे मॉडल की तैयारी –

कलेक्टर ने खेल गाँव की पहाड़ियों पर जल्द पौधरोपण करवाने के निर्देश दिए और कहा की मानसून के दौरान ही चंडीगढ़ की तरह स्थानीय प्रजातियों के फूलदार पौधे लगाए जाए। सुचना केंद्र के ऑडिटोरियम और पुस्तकालय के जीर्णोद्धार तथा शहर में महान विभूतियों की प्रतिमाओं के क्षतिग्रस्त पेडस्टल में सुधार के लिए भी निर्देश दिए गए।

हाईवे जैसी सड़कों की क्वालिटी –
कलेक्टर ने कहा की हमारी बनाई गई सड़क पर वाइट लाइन 15 दिनों से ज्यादा क्यों नहीं दिखती ? नेशनल हाईवे वाली क्वालिटी की वाइट लाइन करवाई जाए। खेल गाँव में एक और हॉकी एस्ट्रोटर्फ बनाने पर भी चर्चा हुई।