Categories
News

MLSU में नई शिक्षा नीति का क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम मंजूर

  • साइंस-कॉमर्स-आर्ट्स के स्टूडेंट्स अपनी पसंद के दूसरे विषय भी पढ़ सकेंगे।
  • बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले छात्र फिर पढ़ना चाहें तो जहाँ से छोड़ी थी वहीं से शुरू कर सकेंगे पढ़ाई।
  • श्रेष्ठ कार्य करने वाले 5 शिक्षक, 5 कर्मचारी, 1 छात्र, 1 खिलाड़ी को किया जाएगा पुरस्कृत।

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के अनुरूप क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम मंजूर कर दिया गया। सोमवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने यह निर्णय लिया।

क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम के अंतर्गत साइंस-कॉमर्स-आर्ट्स के स्टूडेंट्स अपनी पसंद के दूसरे विषय भी पढ़ सकेंगे। इसमें उत्कृ़ष्ट प्रदर्शन वाले प्रोग्राम या विषय में प्राप्त अंकों को मुख्य प्रोग्राम या विषयों में जोड़ा भी जाएगा।

इसके अलावा बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले छात्र अगर फिर से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहें तो जहाँ से छोड़ी है वहीं से फिर से शुरू कर सकेंगे।

इसके साथ अच्छा प्रदर्शन करने वाले अलग-अलग संकाय के कुल 5 शिक्षक, 5 गैर शैक्षणिक कर्मचारी, 1 श्रेष्ठ स्टूडेंट, 1 श्रेष्ठ खिलाड़ी और 1 पूर्व स्टूडेंट को सम्मानित किया जाएगा। इसके तहत हर वर्ष इन सभी को 25 हजार रुपए नकद, प्रशस्ति पत्र समारोह में प्रदान किया जाएगा। इसकी पात्रता के लिए 7 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति मूल्यांकन करके नामों पर विचार करेगी।

MLSU के संघटक साइंस-आर्ट्स-कॉमर्स सहित एफिलिएटेड कॉलेजों में UG-PG First Second ईयर में पढ़ने वाले छात्राें काे प्रमोट कर जल्द ही रिजल्ट जारी किये जायेंगे।

बैठक के दौरान पिछली एकेडमिक काउंसिल में विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग फैकल्टी खोलने के निर्णय के अंतर्गत इसे स्थापित करने मेरठ की IIMT यूनिवर्सिटी से MoU करने की स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें BTech, इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर कोर्स शुरू करने और उनके लिए संसाधन विकसित करने में मदद ली जाएगी।

Categories
News

MLSU में रेगुलर के साथ वोकेशनल डिग्री मोड होगा शुरू – प्रथम वर्ष की ऑफलाइन काउंसलिंग 24 से

  • MLSU में रेगुलर के साथ वोकेशनल डिग्री मोड होगा शुरू।
  • छात्रों को इच्छानुसार अध्ययन करने की दी जाएगी सुविधा।
  • विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष की ऑफलाइन काउंसलिंग 24 से 30 सितम्बर तक।
  • प्रेफरेंस के अनुसार तारीख और समय की सूचना MLSU की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

उदयपुर का मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU) नई शिक्षा नीति के अनुरूप रेगुलर के साथ वोकेशनल मोड पर शिक्षण कार्य शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन जल्द ही योजना बनाएगा जिससे यहाँ के स्टूडेंट्स को आउटकम बेस्ड एजुकेशन (Outcome-based Education) की ओर बढ़ाया जा सके।

आउटकम बेस्ड एजुकेशन (OBE) पर आधारित नई शिक्षा नीति के अनुसार स्टूडेंट्स को उनकी इच्छा के अनुसार पढ़ाई करने की सुविधा दी जाएगी। इस योजना के तहत यदि हिस्ट्री पढ़ने वाला स्टूडेंट फिजिक्स पढ़ना चाहेगा तो उसकी सुविधा भी प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए स्टूडेंट का क्रेडिट बैंक तैयार होगा जो उसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट पर नजर रखेगा।

इधर सुविवि में संचालित सेमेस्टर पाठ्यक्रमों के तहत फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाओं के ऑनलाइन आवेदन भरने के लिए वेबसाइट पर पोर्टल खोल दिया गया है। उच्चतम न्यायालय के आदेशनुसार और राज्य सरकार के निर्देशानुसार फाइनल ईयर की परीक्षाएं करवाई जाएगी। वार्षिक पेटर्न की परीक्षाएं 17 सितंबर से शुरु हो चुकी है।

इसी क्रम में सेमेस्टर पेटर्न में पढ़ रहे रेगुलर स्टूडेंट्स के लिए परीक्षा फॉर्म वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन भरने की प्रक्रिया शुरु हो गई है। फाइनल ईयर की वार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के तुरंत बाद सेमेस्टर परीक्षाएं शुरु करने की तैयारी की जाएगी।

MLSU के कॉलेज ऑफ़ सोशल साइंसेज एंड ह्यूमेनीटीस में बीए फर्स्ट ईयर पास कोर्स और आनर्स की ऑफलाइन काउंसलिंग कोविड गाइडलाइन के अनुरूप 24 से 30 सितम्बर तक होगी।

इस साल से दूसरे विषयों के साथ बीए में जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन को ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर शामिल किया गया है। काउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स इस सब्जेक्ट को चुन सकते हैं। एकेडमिक कॉउंसिल में निर्णय के बाद MLSU में पहली बार यह कोर्स में शामिल किया गया है।

काउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स विभिन्न विषय समूहों में से इस विषय को चुन कर अपने तीन विषयों में शामिल कर सकते हैं। सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्सेज में प्रवेश के स्टूडेंट्स को भी इसी मेरिट लिस्ट के अनुसार शामिल किया जाएगा। इसके लिए विद्यार्थी ईमेल कर के ऑनलाइन प्रवेश ले सकते हैं।

Categories
News

MLSU के UG-PG के अंतिम वर्ष की परीक्षाएँ 12 सितंबर से

मोहनलाल सूखाड़िया विश्वविद्यालय के UG और PG के अंतिम वर्ष की परीक्षाएँ 12 सितंबर से शुरू होंगी। इस बार परीक्षाएँ तीन पारियों में होंगी जिनकी समय अवधि 3 घंटे की बजाए 2 घंटे की होगी।

परीक्षा के दौरान जिन स्टूडेण्ट्स की परीक्षा की समयसारिणी घोषित हो चुकी है उनके लिए छात्रावास सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएँगी। इसके अंतर्गत टाइम टेबल से एक हफ़्ते पहले छात्रावास खोल दिए जाएँगे।

UG और PG के फाइनल ईयर की परीक्षाएं लॉकडाउन के कारण नहीं हो पाई थी। हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद फाइनल ईयर के फाइनल सेमेस्टर की बची हुई परीक्षाएं करवाई जा रही है। इसमे नियमित और स्वयंपाठी दोनों ही स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे।

MLSU ने इन एक्साम्स के आयोजन के लिए 65 केंद्र बनाए गए है जहां करीब 42 हज़ार स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे।

परिवर्तित व्यवस्था के अंतर्गत इस बार एक्साम्स तीन घण्टे की बजाय दो घण्टे की ही होंगी। साथ ही इस बार क्वेश्चन पेपर में भी तीन सेक्शंस में से केवल दो ही सेक्शंस अटेंड करने होंगे। आखरी ‘C’ सेक्शन हल नहीं करना होगा।

UG – PG की ये एक्साम्स तीन पारियों में सुबह 8 से 10, 12 से 2 तथा 4 से 6 बजे होगी।

सभी स्टूडेंट्स को निर्धारित समय से आधे घण्टे पहले एग्जाम सेंटर पर पहुंचना होगा। सभी स्टूडेंट्स की थर्मल स्केनिंग और सेनिटाइजेशन होगा जिसके बाद ही स्टूडेंट्स एग्जाम दे सकेंगे। स्टूडेंट्स को अपने साथ मास्क, पीने का पानी और सेनिटाइजर भी साथ लाने के निर्देश दिए गए हैं।

MLSU के कुलपति ने कोविड गाइडलाइन के अनुरूप सभी अधीक्षकों को पूरी गम्भीरता से एक्साम्स करवाने के निर्देश दिए हैं।

विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित होने वाली एक्साम्स के दौरान छात्रावास सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएगी। कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए स्टूडेंट्स को यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। यह सुविधा केवल उन्हीं स्टूडेंट्स के लिए होगी जिनका एग्जाम टाइम टेबल घोषित हो चूका होगा। एग्जाम के निर्धारित टाइम टेबल से 1 सप्ताह पूर्व छात्रावास खोल दिए जाएंगे।

Categories
Events

Get ready to delight your eyes with something crazy at MLSU

As some wise man said, “Art is something that doesn’t need to be confined within four walls, it’ll be as great as it is allowed to fly.”

Today, too many people try to come up with a contemporary art definition but it’s quite a troublesome task. While its title is simplistic and straightforward, its modern-day meaning is not precise. Fortunately, understanding what constitutes as “contemporary” is entirely possible once when one traces the concept’s history and explores its underlying themes.

What is contemporary art?

In the most basic sense, the term contemporary art refers to art mainly, painting, sculpture, photography, installation, performance, and video art today. Though seemingly simple, the details surrounding this definition are often a bit fuzzy, as different individuals’ interpretations of “today” may widely and vividly vary.

The Department of Visual Arts is one of such esteemed institutions which is providing the students with a world-class education in the field of visual arts. The department has successfully completed its 50 years. Some of the prominent professors of Rajasthan Contemporary Art are its alumni and the department is still operating under their high-class experience.

Various open art workshops are organized where the renowned artists from all around the globe and hardworking students get a chance to showcase their talents. One such workshop is ‘Udaipur Spring’19’ which is organized by the department.

The event consisted of 2 workshops, the canvas painting workshop was organized from 24th to 28th Feb 2019 whereas 19th to 28th was the workshop for scrap sculpture workshop.

40 Canvas painting and 10 Modern Art Scrap Sculpture were made during the workshop. The sculptures and the paintings that were made during the 10-day workshop speaks for the event’s success itself. Everyone was eager to contribute their bit to create something exemplary. Regardless of gender, female students showed some exemplary skills as well.

Around 50 eminent artists from all over the globe were invited to take part in the 10-day workshop

2 International Artists, 10 National Artists and 32 to 35 alumni’s of the department participated in the event.

The Artists were:

  • Clemens Sou, Vienna
  • Katherine Karlsoon, Denmark
  • Bhupesh Kavdia, Naseem Ahmed, Dinesh Upadhyay, Sandeep Paliwal, Rokesh Kumar Singh – Udaipur
  • Alay Mistri, Arpit Biloriya, Tahir Merchant – Ahmedabad
  • Hansraj Kumawat, Jaipur
  • Gagan Bihari Dhadich, Nathdwara

Prof. Hemant Dwivedi head of the Department of Visual Arts, MLSU wishes to carry forward the legacy which has been bestowed in his hand and also plans to organize an International Camp very soon.

 

If you like to share something or have feedback for us, Feel free to share with us on mohit@vivirmedia.com

Categories
News

कटाक्ष : #missingschooldays जैसे हैशटैग डालने वालो को अब स्कूल की याद नहीं सताएगी।

बारहवी की परीक्षा चल रही है। परीक्षा ख़त्म होते ही कॉलेज की दौड़-भाग शुरू हो जाएगी। कुछ लड़के-लड़कियां अभी से ही स्कूल को मिस करने लग गए है, लेकिन कुछ ऐसे भी है जो परीक्षा समाप्ति पर मिस करना शुरू करेंगे, उन्हें जैसे ही ये कॉन्फिडेंस आ जायेगा कि ‘हाँ… बेड़ा पार हो जायेगा’ और मिस करना शुरू कर देंगे।

लेकिन अब स्कूल की याद नहीं सताएगी। अगर याद नहीं सताएगी तो बहुत मुमकिन है कि सोशल मीडिया पर #missingschooldays, #alreadymissingschooldays जैसी आपदाएं भी नहीं नज़र आएगी। हमारी सरकार ने हमेशा हमारे दुःख-दर्द को सुना है और उसे कम करने की कोशिश की है। इस बार भी हमारी यह हैशटैग वाली पुकार सुन ली गयी है और ऐसा तोहफ़ा दिया है कि सुन लोगे तो खुशी से नाच उठोगे।

अब कॉलेज में भी स्कूलों की तरह ड्रेसकोड रहेगा। लड़कियां सलवार-कमीज़-दुप्पटा पहनी नज़र आएँगी तो लड़के पैंट-शर्ट-बेल्ट-टाई पहने नज़र आएँगे। राजस्थान के सभी गवर्मेंट कॉलेज के लिए यह आदेश लागू हो सकता है। अब तक तो शायद आपने नाचना भी शुरू कर दिया होगा।

dress code for college
photo courtesy: College dekho

आइये हम साथ में मिलकर इसके फायदे-नुकसान की बात करते है :

इसके क्या फायदे है –

  1. रोज-रोज के नए कपड़े पहनने की झंझट से निजात मिलेगी।
  2. “उसने तो वैसा पहना है, मैंने तो ऐसा पहना है” जैसा राष्ट्रिय मुद्दा ख़त्म हो जाएगा। 
  3. सप्ताह की दो ड्रेस गन्दी होगी। धोने-धुलवाने की माथापच्ची नहीं रहेगी।
  4. स्कूल की याद नहीं सताएगी।
  5. सरकार ने इतना कर ही दिया है, फिर भी स्कूल की याद आती है तो मेरी एक सलाह मान लीजिए। गले में प्लास्टिक की लटकने वाली बोतल और शर्ट की ऊपर वाली जेब पर पिन से रुमाल बांध देना। मैं गारंटी देता हूँ कॉलेज पूरी तरह से स्कूल लगने लगेगा। 

इसके क्या नुकसान है –

  1. अलमारी में पड़ी नयी ड्रेस वही पड़ी रह जाएगी। ड्रेस बिना पहने छोटी और टाइट हो जाने के आसार बढ़ जाएँगे।
  2. नए फैशन को फॉलो करने और दूसरों को दिखाने के लिए कोई प्लेटफॉर्म नहीं बचेगा।  
  3. शो-ऑफ करने वाले शो-ऑफ नहीं कर पाएँगे। उनकी सेहत पर विपरीत असर पड़ सकता है।
  4. हर क्लास के सलमान, शाहरुख़, कटरीना… भीड़ में खो से जाएँगे।
  5. जिसका बर्थडे होगा वो नयी ड्रेस पहनकर कॉलेज नहीं आ सकेगा। एक्लीयर्स/पारले जी की चॉकलेट बांटकर ही दुसरे छात्र-छात्राओं को दिखाना होगा कि आज उसका बर्थडे है।

 अब थोड़े सीरियस हो जाते है –

  1. हम सभी जानना चाहते है कि ड्रेस कोड कैसे हमारी पढाई में सुधार ला सकता है?
  2. हम सभी जानना चाहते है कि क्या ड्रेस कोड हमारा प्लेसमेंट करवाएगा?
  3. हम सभी जानना चाहते है कि ड्रेस कोड, अनुशासन कैसे ला सकता है?
  4. हम यह भी जानना चाहते है कि क्या ड्रेस कोड की वजह से हमारे कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार आ सकता है?
  5. हमें यह भी जानना है कि क्या ड्रेस कोड कॉलेज में खाली पड़ी लेक्चरार की सीटों को भर पाएगा? उनकी कमी की पूर्ति कर पाएगा?
  6. हम अंत में यह जानना चाहते है कि क्या ड्रेस कोड हमारे भारतीय एजुकेशन सिस्टम की कमियों में सुधार ला पाएगा?

धन्यवाद

– एक छात्र

Categories
News

MLSU: Wait for Examination Forms finally over!

mlsu logo

Already facing criticism for not having been able to timely clear the last year’s RL results and administrative mismanagements in the new exam pattern, another introduction proving the yet prevailing suffering of lack of staff is the introduction of Undergraduate Exam Application Forms at the end of the year.

While in the previous year, the exam forms had started being filled in the 3rd week of September itself, being late by more than 3 months directly point towards the shifting of examination dates. Introducing forms at a time when most of the students are home on vacations is also a decision that isn’t turning soothing for the students. Nobody wishes so but if the dates of examination get shifted, the most affected group will be of those in the 2nd & final year: planning to get into another University or looking for free time to prepare for entrance examinations which are held in the second quarter of the year.

On the part of the students, the expectations still lie that the exams take place in March-April, rest depends on the speed of administration and the diligent pushes of the Student Union representation.

As of Monday 24th December 2012, the exam forms for B.Com 1st, 2nd & 3rd year and that of B.A. 1st year have appeared online, you may get it from the following link & submit the filled application form at your respective colleges:

Link for online examination forms: http://mlsu.digiuniv.com/exam/onlineexamfrm.aspx

Wishing the students all the best and a merry Christmas.

Categories
More

Universities in Udaipur – The Campuses

Though Udaipur has been basically known for its tourism & cultural wealth but seeing the growing number of colleges in the city & a lot of outsiders getting attracted to study in a peaceful environment, here are a little details about the Universities in Udaipur.

 

Mohan Lal Sukhadia University:

mlsu udaipur

The biggest university in South Rajasthan with its 4 constituent campus colleges as University College of Social Sciences & Humanities, University College of Science, University College of Commerce & Management Studies and University College of Law along with the Faculty of Management Studies. The broad green campus has a life in itself. Low fees, large infrastructure, high class faculties, regular visits by dignitaries and day to day national & international seminars are the major attractions in this University. Having completed its Golden Jubilee Year, MLSU has been seeing a complete rejuvenation now leaving behind the slow years of the previous decade. The appointment of Assistant Professors in the current session has brought in its own kind of freshness in the campus programmes. Student politics is given a fair importance & it has turned out to be a good platform to start one’s political career as well as grow students’ political consciousness. Apart from the colossal number of affiliations, MLSU is also the current location of the prestigious Indian Institute of Management.

Find More Details about MLSU, Udaipur on : mlsu.ac.in

 

Maharana Pratap University of Agriculture and Technology:

mpuat udaipur

Less colleges but more quality. College of Technology & Engineering, College of Dairy & Food Science Technology, Rajasthan College of Agriculture, College of Fisheries & College of Home Science constitute the University in Udaipur (College of Horticulture & Forestry is located in Jhalawar). CTAE & CDFST have made a good name with their regular placement record with prestigious firms. College of Fisheries & RCA dwell upon excellence in the innovative & limited-market careers. CTAE, situated within the MLSU has one of the most beautiful campuses in the area with well maintained buildings and scattered departments in the greenery.

Find more details about MPUAT, Udaipur on : mpuat.ac.in

 

Indian Institute of Management:

iim udaipur

An IIM in Udaipur, a compensation for the demands of IIT brings promising returns. Though there are no direct admission benefits to Udaipur students (for obvious reasons!) but this institute will indirectly help a lot in the growth of industrial sector & improvement in the management & management education standards. First batch yet to pass out next year but as all know, be it any IIM; it creates a brand in itself.

Find more details about IIM, Udaipur on : iimu.ac.in

 

Pacific University:

pacific university udaipur

The private University that has attracted the most number of students from surrounding areas & Gujarat in the recent years… With already 3 engineering colleges along with the same number of management colleges, the place has become the very first choice for average students opting professional courses. Though the placements provided aren’t too huge but at the time when some colleges are leaving their technical graduates with lost hopes, providing a job from campus without much workload is in itself a good sign. The campus is close to city. But with a large number of colleges rapidly established, expecting a big & maintained college building may disappoint you.

Find More details about Pacific University on : www.pacific-university.ac.in

 

Geetanjali Medical College:

geetanjali medical college

With the first batch yet to come up with their MBBS degrees, the grand campus of GMCH is visibly clear from most parts of Udaipur. Having faced admission related criticism in its first year, the College is now on a smooth function. Though students still complain of lack of impartment of practical knowledge but seeing it as an establishing college, we can accept it as a fundamental shake down.

Find More details about Geetanjali University/Medical College on : geetanjaliuniversity.com

 

Sir Padampat Singhania University:

singhania university

University for the rich yet carries a risk. Campus situated on Chittorgarh route with courses offered in engineering & management. With a full mandatory residential programme, the establishment of this University took place 6 years back. Be it placement or faculty issues, the density of controversial rumors has been on a wide ground from this campus.

Find More Details about SPSU, Udaipur on : http://www.spsu.ac.in/

 

 Janardan Rai Nagar Rajasthan Vidhyapeeth University:

jrnrvu udaipur

The deemed University was last year on the verge of its recognition cancellation. Offering courses in Homeopathy, Physiotherapy, Social Sciences, Commerce, Management, Computers & Technology; the campus of JRNRVU lies outside Pratap Nagar. Relatively old establishment but not taken as a favorite option by most of the students.

Find More details about Janardan Rai Nagar Rajasthan Vidhyapeeth University on : http://www.jrnrvu.edu.in/

 

 

——————————————————————————————————————————————

Apart from these on-campus colleges, there are numerous other colleges too in the city affiliated to the above mentioned Universities or RTU & RUHS. Udaipur as a city presents a hub of academic education; the need of the time is to update the quality to the metro standards leaving behind the notions of theoretical emphasis.

 

All the Photos are taken from the Respective websites/Facebook Pages of the Given Colleges.

Categories
Udaipur Speaks

MLSU : BCA Incomplete Examination

Mohan Lal Sukhadia University has become curse for the students these days. Studying in MLSU at 1970-80 was more like getting a good job and a good life but these days for MLSU taking examination has become difficult task rather than studying, for student.

Yes! One current case that comes across us is BCA INCOMPLETE EXAMINATION. Career of Final year students are on gamble these days’. Final year students who had put all their efforts from last 3 years to get B.C.A degree seems to have wastage of efforts in last few days of college.

With so many entrance examinations of M.C.A /M.B.A and GD/PI of several M.B.A colleges which are starting from 10 may onwards, University has not yet declared practical and project submission date. This may not only lead to late result but also spoil student career by stopping them to get into good TECHNICAL or MANAGEMENT COLLEGE.

The students demand their Exam as soon as possible before 10th May, 2012. We wish that authorities are listening and will take an immediate concern about this Issue.

Categories
Events News

Water Sport Activities at Fatehsagar Organized by MLSU

Mohan Lal Sukhadia University(MLSU) on its Golden Jubilee year has organized a 2 day event of adventure water sport activities on 11th and 12th August at Fatehsagar. This event was inaugurated by Prof. I.V. Trivedi (Vice Chancellor, MLSU). MLSU is the first ever university to organize such Water Sport event for students. The event is open for all the regular students of 170 colleges affiliated with MLSU. The interested students can collect the forms from the Sports Council of MLSU 🙂

Here are a few glimpses of The Event captured by Gaurav Mehta 😀

 

 

 

 

 

 

 

 

Categories
Photos Social

First International Conference on Road Safety Concluded

The Mohanlal Sukhadia University Auditorium yet again welcomed the guests and the delegates of the
First International Conference on Road Safety for the concluding day. The morning session started with
the presentation on ‘Road Safety Audit as National Road Safety Strategy ‘. According to the dates there
are 90million plus vehicles running on the Indian Road. Road Accidents are nothing but the man made
crises. Effective tool for road to cope up with the road safety is also suggested by Mr. P.K. Sikandar, ITC
Pvt. Ltd., New Delhi in his presentation. Following the presentation a guest speaks about how video
games can be used to learn traffic control. The schools should also be used as licence authority he
added. Talking about the complex heterogeneous composition of India Roads Dr. Gururaj says that
approx. 450 dies all over India due to Road Accidents.

Mr. Ashutosh Atray, a Consultant in Road Safety discussed the vigorous attitude of the drivers and ‘Me-
first’ Syndrome. Enhancing the Road Safety with Infrastructure Solutions is also discussed by Mr. Anil
Chhikara, MLO Transport Deptt., Govt. Of India, New Delhi.

The conference concluded by presenting the souvenirs to the guests and the speakers. The key role
players who made this conference a success were also awarded.

More Pictures:

__________________________________________________________

Event Covered By- Prasun Bannerjee and Mujtaba R.G.