नारायण सेवा संस्थान के मानसिक विमंदित पुनर्वास केंद्र में रहने वाले 49 में से 7 बालकों को मंगल-बुधवार को उल्टी-डायरिया और कंपकपी की शिकायत पर एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां 17 और 16 वर्षीय 2 बच्चों की मौत हो गई थी।
नारायण सेवा संस्थान के मानसिक विमंदित पुनर्वास केंद्र में रहने वाले 2 बच्चों की फूड पॉइजनिंग से मौत हो गई और 5 बच्चे एमबी अस्पताल में भर्ती हैं।
सीमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि विमंदित गृह के संचालकों से बात की गई तो बाहर से किसी के द्वारा फूड पैकेट दिए जाने की बात कही गई है। उन पैकेट को खाने के बाद 7 बच्चों की तबीयत बिगड़ी। उन्होंने कहा कि फूड पॉइजनिंग की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता हैं।
नारायण सेवा संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल का कहना है कि पुनर्वास केंद्र में आए दिन सेवाभावी लोग भोजन आदि सामग्री बच्चों को खिलाकर जाते हैं, जिससे सेहत खराब होने की संभावना ज्यादा है। अब चिकित्सा विभाग और पुलिस की टीम इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी से मामले की 7 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। एमबी अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि एमबी में भर्ती पांचों बच्चों की तबीयत में सुधार है। आईसीयू में भर्ती बालक की तबीयत भी सुधरी है।
कलेक्टर चेतन देवड़ा ने बुधवार रात 10 बजे भर्ती बच्चों की सेहत देखी और उसके बाद बड़ी स्थित पुनर्वास केंद्र जाकर किचन और अन्य व्यवस्थाओं का जायज़ा भी लिया।

बाल गृह में जांच करती हुई टीम। Source: Dainik Bhaskar
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