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शहर के धर्म स्थल खुलने के लिए तैयार

श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते उचित व्यवस्था करने के बाद खुलेंगे मंदिर ।

  • महाकालेश्वर और ऋषभदेव मंदिर खुलेंगे 1 अक्टूबर से।
  • नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर के लिए 30 सितम्बर के बाद निर्णय।
  • जगदीश मंदिर, बोहरा गणेशजी, नीमच माता, एकलिंगजी खुलने के लिए तैयार।

गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर फिर से करवा दिए जायेंगे बंद।

कोरोना के चलते 24 मार्च से बंद हुए शहर के धर्म स्थल अब फिर से खुलने के लिए तैयार हो रहें हैं। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च जैसे सभी धार्मिक स्थलों पर थर्मल स्कैनिंग, सोशल डिस्टन्सिंग और अन्य सुरक्षा इंतेज़ाम तय किये जा रहे हैं। पुख्ता व्यवस्था और गाइडलाइन की पालना करने पर इन सभी धार्मिक स्थलों को खोला जाएगा।

फ़िलहाल ज़िले के कुछ मंदिरों में अभी तैयारी पूरी ना होने के कारण नहीं खोला जा रहा है। इन प्रमुख मंदिरों में जिले का ऋषभदेव मंदिर, शहर में स्थित महाकाल मंदिर, नाथद्वारा का श्रीनाथजी मंदिर मंदिर शामिल हैं जो भक्तों की भीड़ के मद्देनज़र सुरक्षा इंतज़ाम अनुरूप नहीं होने के कारण नहीं खोले जा रहे।

इनमें महाकालेश्वर और ऋषभदेव मंदिर 1 अक्टूबर से आम जनता के लिए खोला जायेगा और नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर के लिए 30 सितम्बर को बैठक के बाद निर्णय लिया जायेगा।

शहर के प्रमुख मंदिरों में जगदीश मंदिर, बोहरा गणेशजी, नीमच माता, अस्थल मंदिर, उदयपुर का श्रीनाथजी मंदिर, बदला माता मंदिर, गुप्तेश्वर महादेव और एकलिंगजी मंदिर खुलने के लिए तैयार। इन सभी स्थलों पर थर्मल स्कैनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जायेगा। मंदिरों में रक्षासूत्र, चरणामृत, पुष्प-माला, प्रसाद वितरण आदि वर्जित रहेगा। आरती के वक्त भक्तों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। केवल पुजारी परिवार ही आरती में मौजूद रह सकता है।

इसके अलावा अंजुमन ने भी मस्जिद खोलने को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी। कोरोना की गाइडलाइन की पालना के साथ मस्जिद में प्रवेश दिया जायेगा। यहाँ भी बुजुर्गाें और बच्चों काे प्रवेश की इजाजत नहीं होगी और अन्य लोगों को भी मास्क के साथ ही मिलेगा प्रवेश दिया जायेगा। नमाज के बाद हर बार फर्श को सेनिटाइज किया जाएगा।

शहर के सभी गिरजाघरों में भी अब हर रविवार प्रेयर हो सकेगी जिसमे 5 फीट की दूरी पर बैठकर प्रेयर की जाएग। चर्च समिति की ओर से इसके लिए सारी तैयारियां की जा चुकी है। शहर के शेपर्ड मेमोरियल जहां एक साथ 180 लोग बैठ सकते हैं, वहां केवल 50 को ही बैठने की इजाजत होगी। चर्च को सेनिटाइज करने के बाद ही लोगो प्रवेश दिया जायेगा।

वहीँ सिख कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा सच खंड संस्थान में भी सोमवार से श्रद्धालुओं को प्रवेश शुरू कर दिया गया। यहाँ भी एक बार में करीब 40 से 50 श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जायेगा। गुरुद्वारे में प्रवेशद्वार पर सेनेटाइजर मशीन, थर्मल स्कैनिंग की जाएगी और बिना मास्क प्रवेश वर्जित होगा।

ज़िला कलेक्टर ने कहा है की गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर इन धर्मस्थलों को फिर से बंद करवा दिया जा सकता है।

By Neha Tare

A Content Writer at UdaipurBlog who has worked as a marketing professional for many startups. The post-grad in Advertising and Public Relations enjoys travelling, exploring, learning, reading and writing.

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